नियोजित शिक्षकों को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी का तौफ़ा!

राज्य ब्यूरो। पटना। पटना के गरदनी बाग में सक्षमता परीक्षा का विरोध कर रहे नियोजित शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने, दो दिन पूर्व बीजेपी दफ्तर में उप मुख्यमंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से बातचीत के बाद, यह निर्णय लिया गया था कि दो दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत कर, आगे की जानकारी साझा करेंगे। उस बैठक में सम्राट चौधरी ने नियोजित शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि मुख्यमंत्री के साथ वार्ता में रिज़ल्ट आपके हक़ में ही आएगा। अब दो दिन गुजनरे के बाद इससे जुड़ी बड़ी अपडेट आ गई है। इसे लेकर हमारी बातचीत नवनियुक माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ बिहार प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार नवीन से हुई। उन्होने कहा कि हमारी चार में से दो मुख्य मांगों पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई है। शिक्षामंत्री विजय चौधरी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ हुई CM नीतीश कुमार कि बातचीत में यह निष्कर्ष निकालकर सामने आया कि “सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लिए जाने में कई सारी व्यावहारिक दिक्कतें आ सकती हैं. साथ ही अधिकांश नियोजित शिक्षकों को कंप्यूटर चलाने की जानकारी प्राप्त नहीं हैं। इसलिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से किया जाएगा. यानि जो नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी शिक्षक का दर्जा पाना चाहते हैं उन्हें सक्षमता परीक्षा पास करना ही होगा। लेकिन पहले की बनिस्पत विकल दो रहेगा। ऑनलाइन और ऑफलाइन। शिक्षक अपने हिसाब से परीक्षा में बैठने की माध्यम चुन सकते हैं। इसके साथ ही शिक्षकों को 5 बार का समय दिया जाएगा। जो शिक्षक competence यानि सक्षमता परीक्षा पास करेंगे, उन्हें राज्यकर्मी शिक्षक का दर्जा मलेगा और जो नहीं करेंगे वे नियोजित शिक्षक के ही पद पर जारी नौकरी जारी रखेंगे। उनकी नौकरी नहीं जाएगी। दूसरी बड़ी अपडेट: नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने के लिए आयोजित होने वाले सक्षमता परीक्षा में तीन जिलों का विकल्प निरस्त करते हुए ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान का विकल्प शिक्षकों के पास होगा. नवीन कुमार नवीन ने बताया कि शिक्षकों को तीन ज़िले में कहीं भी जबरन ट्रान्सफर नहीं किया जाएगा। शिक्षक अपने अनुसार विकल्प चुन पाएंगे। जिन शिक्षकों को अपने गृह ज़िले में रहना है तो वे रहेंगे और जिन्हें दूसरे ज़िले में जाना है तो वे स्वेछा अनुसार अपना ट्रान्सफर करवा पाएंगे। उनपर शिक्षा द्वारा कोई दवाब नहीं दिया जाएगा। गेस्ट शिक्षक को लेकर उन्होने बताया कि इस विषय पर चर्चा अभी नहीं हुई है । वे आगे कहते हैं कि शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने हमें आश्वस्त किया है कि केविनेट विस्तार के बाद शिक्षा मंत्रालय मेरे पास रहे अथवा न रहे, लेकीन ये जो दो बड़ी अपडेट आपको दे रहे हैं उसे हम लागू करवाएँगे। आपको बता दें कि सक्षमता परीक्षा के विरोध में बीते 13 फरवरी को शिक्षक संगठनों ने बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले पटना के गर्दनीबाग में विशाल प्रदर्शन किया. दिन भर गर्दनीबाग में प्रदर्शन के बाद तमाम शिक्षक संगठन से जुड़े शिक्षक विवेचन पटेल पथ स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे. यहां शिक्षकों ने काफी प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया और प्रदर्शन को खत्म कराया. लाठी चार्ज से पुलिस के खिलाफ शिक्षकों में काफी नाराजगी देखि गई। लेकिन सम्राट चौधरी ने शिक्षकों को 15 फरवरी को वार्ता के लिए बुलाया था जहाँ उपमुख्यमंत्री ने 2 दिनों का समय मांगा था और आज 17 फरवरी को ये जानकारी सामने निकालकर आ रही है।