Md Imran I WeeHours News
Updated on: September 24, 2024
उत्तर प्रदेश : सुल्तानपुर में हुई जूलरी शॉप लुटकांड के एक और आरोपी अनुज प्रताप सिंह को UP Police ने कथित पुलिस एनकाउंटर कर दिया. जिसके बाद उसकी जान चली गई. इसे लेकर अनुज के पिता ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा है कि चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी (अखिलेश) इच्छा पूरी हो गई. वहीं अनुज की बहन ने कहा कि बताया जा रहा है कि लुटकांड में 14 लोग शामिल थे. अगर एसा ही इंसाफ करना है तो सभी का एनकाउंटर कर दे. कोर्ट तो बेकार बना है. इससे पहले इस लूटकांड में शामिल एक अन्य आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर अखिलेश ने सवाल उठाए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि जाति के आधार पर मंगेश का एनकाउंटर किया गया. अब अनुज सिंह के एनकाउंटर के बाद कई नेताओं ने अखिलेश पर पलटवार किया है.
पिता धर्मराज सिंह ने कहा "चलो, अखिलेश यादव जी की इच्छा तो पूरी हो गई, ठाकुरों का भी एनकाउंटर हो गया. ठाकुर के एनकाउंटर से तसल्ली मिल गई. साथ ही सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिस पर 35-40 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा, एक-दो केस वालों को मार दिया जा रहा है. सरकार की मर्जी है, जो चाहे वो कराए." वहीं अनुज कि बहन ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
उधर BJP नेता भी अखिलेश यादव पर हमलावर हो गए हैं. बीजेपी नेता मोहसिन रज़ा ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा,
“सुल्तानपुर डकैती कांड में STF ने उन्नाव में अनुज प्रताप सिंह ना के अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया. अब इस पर सपा मुखिया अखिलेश यादव जी का ना तो कोई ट्वीट आया ना ही कोई रिएक्शन आया. यह ना तो उनकी बिरादरी का है, ना ही विशेष समुदाय का है. दरअसल, समाजवादी पार्टी की परिभाषा ही यही है की तुष्टिकरण और जातिवाद की राजनीति के लिए वह ट्वीट और रिएक्शन देते हैं.”
हालांकि सपा नेता अखिलेश ने इनकाउंटर पर भारतीय जनता पार्टी और योगी सरकार पर जमकर भड़ास लिकाले हैं. उन्होंने X पर लिखा, “सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं. किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है. उत्तर प्रदेश की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं. निंदनीय!”
वहीं, घटना पर कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाया और कहा, “उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का अजब चलन चला है. जब भी एनकाउंटर होता है इनका एक बदमाश भाग जाता है. योगी सरकार अपराध में जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो फिर ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं?”
बता दें कि 28 अगस्त को 5 डकैतों के एक दूसरे समूह ने दुकान को लूट लिया. एक तीसरा समूह भी था, जो दुकान के बाहर पहरेदारी कर रहा था. ताकि जरूरत पड़ने पर मदद पहुंचा सके. UP पुलिस के मुताबिक, इस डकैती में 14 लोग शामिल थे. घटना के एक हफ्ते बाद मामले का एक आरोपी मंगेश यादव पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था. इस एनकाउंटर पर खूब सवाल उठे थे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगेश यादव केस को खूब उठाया था और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने मंगेश के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा था कि इस सरकार में STF सरनेम देखकर लोगों को मारती है. उनका कहना था कि यादव होने की वजह मंगेश को मारा गया, जबकि ठाकुर होने के चलते डकैती कांड के अन्य आरोपियों के पैर में गोली मारी गई या उन्हें सरेंडर करवा दिया गया. अब सोमवार, 23 सितंबर की सुबह उन्नाव के अचलगंज में अनुज प्रताप सिंह को एक कथित पुलिस मुठभेड़ में मारा गया.