सुपौल (पिपरा) गोलीकांड का पुलिस ने किया सफल उद्भेदन

Pappu Alam I WeeHours News Updated on: September 29, 2024 बिहार : सुपौल जिले में 19 सितस्बर को पिपरा में हुए गोलीकांड मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. सुपौल पुलिस ने घटना का सफल उद्भेदन कर लिया. SP शेशव कुमार ने रविवार को प्रेस कॉंन्फ्रेंस कर उद्भेदन की जानकारी दी. उन्होंने घटना को लेकर कब, किसने और क्यों अंजाम दिया. एक-एक कर सारी जानकारी पत्रकारों के साथ साझा किया. आगे बढ़ने से पहले सुपौल SP शेशव कुमार और उनके द्वारा बनाई गई SIT के सभी अधिकारी धन्यवाद के पात्र इसलिए भी हैं क्योंकि WeeHours News Digital और weehoursnews.com पर प्राथमिकता से चलाई गई खबर के 72 घंटे के अंदर ही मामले का सफल उद्भेदन कर लिया. लेकिन हमारा एक सवाल का जवाब अब भी बचा हुआ है कि जब कई सारे चश्मदीद और हमारा विश्वसनीय सुत्र कहते हैं कि आवेदन कर्ता उमेश साह घटना स्थल पर मौजुद नहीं थे तो उसकी जांच कब होगी. इसपर से पर्दा कब उठेगा। अब लौटते हैं खबर पर। सुपौल पुलिस अधिक्षक ने मामले का उद्भेदन करते हुए कहा कि इस घटना का प्लानिंग जैल के अंदर से और कुछ बाहर से किया गया था. और इसे अंजाम देने के लिये जिले के Top 10 अपराधी रह चुके मो. नौशाद सहयोगी मो. साबिर को चुना गया. जबकि मनीष कुमार ने घटना को अंजाम देने के लिये लाइनर का काम किया था. यानि कौन, कब और कहां जा रहा था अपराधियों को इसकी सटीक जानकारी मनीष कुमार दे रहे थे. इसके साथ ही पूनम देवी जो पहले से जेल में बंद जयनाथ साह की पत्नी है उसका काम था जेल जाकर पति से मिलना और रुपए पैसों का इंतेजाम करना. क्योंकि इस गोलीकांड को अंजाम देने के लिये डेढ लाख की सुपारी दी गई थी. इसलिए पूनम देवी की भी संलिप्ता इस गोलीकांड में पाई गई है. SP शैशव कुमार ने बताया कि सुपौल DSP और त्रिवेणीगंज SDPO विपीन कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर घटना में संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, जहां गठित टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान और मुखवीर और ठोस सबूत के आधार पर थाना-शंकरपुर निवासी मो. नौशाद को हिरासत में लिया। जहां इनके निशानदेही पर थाना-सिंघेश्वर निवासी मो. साबिर और थाना सुपौल निवासी जयनाथ साह की पत्नी पूनम देवी को हिरासत में लिया गया। जहां पूछताछ के दौरान मो. नौशाद ने बताया कि ललन साह की हत्या करने के लिए हमने सुपारी मिली थी। कांड के प्राथमिक नामजद अभियुक्त मनीष कुमार ने घटना को अंजाम देने के लिये लाइनर का काम किया था. मो. नौशाद के निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किये गए देसी पिस्टल और 5 कारतूस को बरामद किया गया है। शैशव कुमार ने आगे कहा कि लाईनर की गिरफ्तारी के लिये टीम लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार अपराधकर्मियों ने घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार किया गया। गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. जहां इस घटना में जो भी लोग संलिप्त होंगे किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे. बता दें कि 19 सितंबर को जदिया थाना क्षेत्र के गांव खूंट वार्ड संख्यां 9 निवासी ललन साह अपने पिता महेंद्र साह और चाचा के साथ सुपौल कोर्ट से तारीख कर वापस घर जा रहे थे। इसी क्रम में पिपरा थाना क्षेत्र के कटैया थुमहा गांव के पास उक्त अपराधियों ने गोली मार कर तीनों को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. जहां 10 दिनों बाद सुपौल पुलिस नें मामले की सफल उद्भभेदन कर लिया है.