बढ़ते अपराध के खिलाफ राजद का राजभवन मार्च, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

Md Imran I WeeHours News Updated on: September 15, 2024 पटना: बिहार में बढ़ते अपराध एवं गिरती विधि व्यवस्था के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल का विशाल मार्च राजभवन पहुंचा। रविवार को राजद प्रदेश कार्यालय से निकलकर वीरचंद पटेल पथ होते हुए आयकर गोलम्बर पर पहुंचा। जहां पुलिसिया बैरिकेटिंग करके प्रदर्शनकारियों को रोक दिया गया। प्रशासन के द्वारा रोके जाने पर राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता भी शांतिपूर्वक वहीं पर धरना पर बैठ गये और तत्पश्चात पटना जिला प्रशासन की ओर से महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपने के लिए राजद के नेताओं को राजभवन ले जाया गया। जहां राज्यपाल को संबोधित मांग पत्र जिसमें 105 अपराध की घटनाओं से संबंधित आंकड़ों के साथ-साथ कहा गया कि बिहार में जबसे दोबारा एनडीए की डबल इंजन की सरकार बनी है, तबसे बिहार की विधि व्यवस्था और बढ़ते अपराध के कारण लोगों का जीवन यापन दुभर और भयावह हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल का मानना है कि आम नागरिकों का जीवनयापन पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है। हत्या, लूट, छिनतई एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी संगीन अपराध की घटनाओं में दिन प्रतिदिन बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। बिहार के विभिन्न जिलों में होने वाली घटनाओं की एक लंबी सूची संलग्न है। सरकारी आंकड़े एवं इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से आने वाली खबरों से भी समझा जा सकता है। एनडीए की सरकार की लचर प्रशासन की विफलताओं से जनमानस में हताशा, निराशा और सरकार के प्रति भारी रोष है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि 105 अपराध की घटनाओं के आंकड़ों के साथ राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में यह मांग की गई कि घटित घटनाओं का संज्ञान लें और समुचित कार्रवाई करते हुए सरकार को निर्देश देने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव, बीनू यादव, पूर्व सांसद विजय कृष्ण, पूर्व मंत्री डॉ रामानंद यादव, विधायक भाई विरेन्द्र, रीतलाल यादव, अनिरूद्ध यादव, रेखा देवी पासवान, पूर्व विधायक सह पटना जिला राजद अध्यक्ष दीनानाथ सिंह यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, डॉ तनवीर हसन, शिवचन्द्र राम, प्रधान महासचिव रणविजय साहू, विधायक मो0 नेहालुदीन, राकेश कुमार रौशन, पूर्व विधायक भाई दिनेश, मो0 एजाज अहमद, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनवर आलम, महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रीतु जायसवाल, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता, प्रदेश महासचिव मदन शर्मा सहित अन्य गणमान्य नेतागण प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार जितनी गंभीरता विपक्षी दलों के आन्दोलन को दबाने के लिए लाठीतंत्र और पुलिसिया दमन का सहारा लेती है अगर विपक्षी दलों के बातों को दबाने के जगह अपराध और अपराधियों पर कार्रवाई के दिशा में गंभीर होती तो बिहार में अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगता। जिस तरह से बढ़ते अपराध और गिरती कानून व्यवस्था पर सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं होती है और कहीं न कहीं अपराध और अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों को बढ़ावा दिया जाता है यह स्पष्ट रूप से दिखता है। सरकार का इकबाल समाप्त हो जाने के कारण अपराधी मस्त हैं और पुलिस प्रशासन पस्त है और आमजन पूरी तरह से अपराध की घटनाओं से त्रस्त है। इस अवसर पर राजभवन मार्च में शामिल होने वाले नेताओं में पटना जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक दीनानाथ सिंह यादव, पटना महानगर अध्यक्ष मो0 महताब आलम, पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी, उदय मांझी, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती सारिका पासवान, मृत्युंजय तिवारी, प्रमोद कुमार सिन्हा, प्रमोद कुमार राम, बल्ली यादव, निर्भय अम्बेदकर, खुर्शीद आलम सिद्दिकी, निराला यादव, भाई अरूण कुमार, संजय यादव, डॉ पे्रम कुमार गुप्ता, डॉ कुमार राहुल सिंह, ई0 अशोक यादव, राजेश पाल, विनोद यादव, अनिल कुमार साधु, महेन्द्र प्रसाद विद्यार्थी, डाॅ0 मोहित यादव, गगन कुमार, विजय कुमार यादव, अभिषेक कुमार सिंह, प्रदीप मेहता, जेम्स कुमार यादव, सरदार रंजीत सिंह, दीपक मांझी, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, अफरोज आलम, साकेत कुमार, वकील यादव, अरूण कुमार सिंह, बेबी कुमारी, शहनवाज फैसल, प्रतीक यादव, उज्जवल यादव, उतम मेहता, शहनवाज आलम, ओमप्रकाश चौटाला, दिलीप सहनी, विक्रांत यादव,रतन कुमार यादव, रोहित कुमार यादव, शेखर यादव, गणेश यादव, शिवेन्द्र कुमार तांती, बेलाल खान, प्रदीप ठाकुर, बिंदन यादव, अजय यादव, सलाहउदीन मंसुरी, नीतीश रविदास, मो0 आसिफ, तनवीर आलम,मो0 अर्स, अर्चना यादव, माया कुमारी, कुंदन यादव, अरूण चौधरी, विक्की यादव, शैलेश यादव, उमेश यादव, नीतू कुमारी, गीता पासवान, अनीता देवी, कौसर खान, मो0 जावेद, बलराम चौधरी, प्रसिद्ध यादव, पप्पू यादव, सुरेंद्र मोहन के अलावा पटना जिला के सभी पदाधिकारी, प्रखंड अध्यक्ष, सहित हजारों की संख्या में नेताओं-कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्वक राजभवन मार्च में भाग लिया।