पप्पू आलम I सुपौल : पिपरा में एक महिला की ऑपरेशन के दस दिनों बाद ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि महिला परिवार नियोजन के तहत ऑपरेशन कराने ममता पॉली क्लिनिक गई. जहां एक हफ्ते बाद महिला को डिस्चार्ज करने के लिए जब उसका टांका काटा गया तो उसकी हालत फिर से बिगड़ गई. जहां हालत बिगड़ता देख डॉक्टरों ने आनन फानन में उसे सहरसा के एक निजी अस्पताल ले गया जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई. मृतिका के परिजनों ने बताया कि उसके बाद डाक्टरों ने शव को एम्बुलेंस से पिपरा भेज दिए और सभी वहां से फरार गए. घटना के बाद सभी परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए. सभी ने क्लीनिक को घेर लिया और HN 106 को घंटों जाम कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाया कि ममता पॉली क्लिनिक की लापरवाही के कारण ही कमरगामा निवासी सैदल सादा की 42 वर्षीय पत्नी दरा देवी की मौत हुई है. वहीं इसे लेकर पैक्स अध्यक्ष बलिराम मंडल ने बताया कि ऑपरेशन होने के बाद जब महिला की तबियत बिगड़ने लगी तो उसे यहां के डॉक्टरों ने उसे खुद जाकर सहरसा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान इसकी गलत नस कट गई है जिससे इसकी हालत गंभीर हो गई. बलिराम मंडल ने आगे बताया कि महिला की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है, इसलिए इसके परिजनों को मुआवजा दिया जाय और मृतिका को कानूनन इंसाफ मिले. ताकि इस तरह की घटना दोबारा सुनने को न मिले.
वहीं घटना को लेकर क्लीनिक के व्यवस्थापक डॉ राजेश ने WeeHours News को बताया कि महिला की मौत क्लिनिक में नहीं हुई है. यहां पर उसकी तबियत ठिक थी. बाद में उसकी हालत बिगड़ी है. इधर चर्चा है कि डॉ बीएन पासवान त्रिवेणीगंज रेफरल अस्पताल में प्रतिनियुक्ति है. इसके साथ ही ममता पॉली क्लीनिक को संचालित भी करते हैं. इसके अलावा वे त्रिवेणीगंज सरकारी अस्पताल के सामने भी एक निजी क्लिनिक चलाते हैं. जिसे लेकर उसपर पहले भी कई बार सवाल खड़ा हो चुका है.
वहीं घटना को लेकर डॉ बीएन पासवान ने बताया कि मेरा बोर्ड लगा दिया है लेकिन हम नहीं बैठते हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर ने बताया कि इसी जानकारी के लिए हम बैठे हुए है. कितने को जानकारी दें. उन्होंने आगे कहा कि डॉ बीएन पासवान की त्रिवेणीगंज अस्पताल में प्रतिनियुक्ति है. मामले की जांच करवाई जा रही है.