संदिग्ध अवस्था में बांसबाड़ी से युवक का शव हुआ बरामद

अंजुम आरा। मधेपुरा। कुमारखंड थाना क्षेत्र के भतनी ओपी अंतर्गत रौता पंचायत में संदिग्ध अवस्था में घर के समीप बांसबाड़ी से युवक का शव बरामद किया गया है। परिजन द्वारा गला में फंदा डाल कर युवक के हत्या की बात कही जारही है तो वहीँ ग्रामीण आत्म हत्या बता रहे हैं। पुलिस जाँच में जुट गई है। जानकारी के अनुसार पंचायत के हरिबोला वार्ड संख्या-05 निवासी सचेन्द्र यादव के 26 वर्षीय पुत्र रुपेश कुमार का शव शनिवार की सुबह घर से करीब 100 मीटर के दुरी पर स्थित बांसबाड़ी में बांस में लटका मिला। शव को लटकता देख सुबह करीब साढ़े नौ बजे परिजन शव को बांस से उतार कर घर लाने हेतु सड़क पर लाया और इसकी सुचना ओपी अध्यक्ष सत्यप्रकाश को दे दी। इस बीच घटना की सुचना जंगल की आग की तरह पुरे पंचायत में फ़ैल गई। लोगों द्वारा तरह -तरह बातें करने लगे। इस दौरान ओपी अध्यक्ष पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के साथ हरिबोला गाँव पहुँच कर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल मधेपुरा भेज कर परिजन समेत ग्रामीणों से पूछ ताछ शुरू कर दिया। पूछ ताछ के क्रम में मृतक के पिता सचेन्द्र यादव एवं भाई विकास कुमार एवं ऋतिक राज ने अलग-अलग बातें बताया तो ग्रामीणों ने कुछ और ही बात बताया। ग्रामीण एवं परिजनों से पूछ ताछ तथा शव को बांस में लटका देख पुलिस सुचना के पूर्व उताड़ कर घर लेजाने की बात बेमेल सी लगी। ओपी अध्यक्ष ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारी को दे दी|इस संबध में किसी ने फरीकैन एवं रूपये के लेनदेन को लेकर विवाद बताया तो किसी ने शंकर कुमार और मनोज कुमार से भूमि विवाद के कारण गले में फांसी का फंदा डाल कर बांस में टांग देने की बात बताया। वहीँ ग्रामीणों ने शुक्रवार को खेत में काम करने को लेकर पिता एवं भाई द्वारा बुरा भला कहने समेत मारपीट की घटना बताई गई तथा इसी कारण युवक द्वारा आत्म हत्या कर इहलीला समाप्त कर लेने की जानकारी दी गई। इस सम्बन्ध में मृतक के भाई ऋतिक राज ने दावा किया है कि शंकर कुमार एवं मनोज कुमार समेत 17 लोगों ने मिलकर मुझे और मेरे भाई को पकड़ कर बांसबाड़ी ले गए और वहां उनकी हत्या कर उन्हें बांस में टांग दिया। इस सम्बन्ध में ओपी अध्यक्ष ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है,घटना प्रथम दृश्या आत्म हत्या प्रतीत होता है,घटना की जांच की जा रही है,परिजन द्वारा आवेदन प्राप्त होने पर आगे की कार्रवाई की जायगी|अनुसंधान के दौरान ही हत्या या आत्म हत्या का खुलासा होगा।