
MD IMRAN I WEEHOURS NEWS
पटना : “हमारी सरकार आयें ना आए हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता लेकिन समाज में अन्याय, अत्याचार और भेदभाव हम हरगिज़ सहन नहीं करेंगे और ना होने देंगे”। ये बयान बिहर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं राजद नेता तेजस्वी यादव का मधुबनी के बैनीपट्टी पहुंचने के बाद की है. वे यही नहीं रुके तेजस्वी ने नीतीश प्रशासन पर जात-धर्म के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आगे कहा कि दरभंगा और मधुबनी के 20 में से 17 विधायक BJP/JDU के है। 20 वर्षों से मधुबनी-दरभंगा-झंझारपुर के MP इन्हीं के है। ये सब निकम्मे और नकारा हो चुके है। नीतीश प्रशासन इन्हीं का है जो जात-धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। इतना ही नहीं उन्होंने मुसलमानों को लेकर जो बयान दिया है उसकी मुस्लिम समाज में चर्चा का विषय बना हुआ है. वे कहते हैं कि “अगर किसी ने मुसलमानों की तरफ़ बुरी नज़र से देखा तो फिर उन बुरी नज़र वालों की सही नज़र करना हमें हर तरीक़े से आता है”. तेजस्वी यादव का ये पहला बयान नहीं है जब मुसलमानों को लेकर दिया है.. इससे पहले भी वे अररिया में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान के बाद हुए बबाल पर कहा था कि' मुसलमानों को किसी ने बुरी नजर से देखा तो ईंट से ईंट बजा दूंगा... उसके बाद खबर थी कि गिरिराज सिंह से नीतीश कुमार नाराज भी हो गए थे.
आखिर तेजस्वी यादव इतने आक्रामक क्यों दिखे. उन्होंने अपने सोशल मीडिया X हैंडल पर लगभग 400 शब्दों में लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर बिहार सरकार को खरीं खोंटीं सुनाया . तेजस्वी ने क्या कुछ लिखा है उसे आपको आगे दिखायेंगे लेकिन पुरा मामला क्या है उसे जान लीजिये. उसके साथ ही आगे आपको BJP और JDU नेताओं का तेजस्वी पर पलटवार को दिखायेंगे.
दरअसल, जानकारी के अनुसार 29 जनवरी को मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र की पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी, इसी दौरान मस्जिद के इमाम मोहम्मद फिरोज वहां से गुजर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया. इमाम कुछ दूर जाकर रुक गए, जिससे पुलिसकर्मीयों ने आपा खो दिया और मौलाना की बेरहमी से पिटाई कर दी और बाद में उसे थाने में बंद कर दिया. इतना ही नहीं, आरोप है कि इमाम की दाढ़ी खींची गई और इस्लाम और अल्लाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं और फिर उनकी पिटाई की गई. इसके बाद 25,000 रुपये की रिश्वत लेकर इमाम को छोड़ दिया गया. वहां से निकलने के बाद ईमाम में अपनी पुरी बात रोकर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. जहां वीडियो के वायरल होते ही विपक्षी नेता सक्रिय हो गए जहां बाद में बिहार सरकार ने सभी पुलिसकर्मियों पर कारर्वाई करते हुए सभी को निलंबित कर दिया. साथ ही विभागीय कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए.
जहां पीडित ईमाम से मिलने तेजस्वी यादव उनके घर बैनिपट्टी गए और फिर मीडिया से बातें करते हुए उन्होंने सीएम नीतिश कुमर और उनकी पुलिस पर जमकर भड़ास निकाले.
जहां उन्होंने X पर लिखा- बिहार में अचेत मुख्यमंत्री के कारण प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता फ़ैल चुकी है।vमधुबनी के कटैया, बेनीपट्टी में पुलिस उपाधीक्षक ने मो० फिरोज की अकारण बर्बरता व बेरहमी से पिटाई की। नीतीश सरकार के क्रूरतापूर्ण अमानवीय व्यवहार, अत्याचार, अन्याय और शोषण के विरुद्ध पीड़ित फिरोज से मिलने बेनीपट्टी, मधुबनी पहुँचा। नीतीश कुमार ख़ुद गृहमंत्री है इसलिए पुलिस में भ्रष्टाचार चरम पर है। मधुबनी में पुलिस ने तांडव मचा रखा है। जब मर्जी किसी को भी पुलिस मार देती है। हमने मीडिया से बात करते कहा कि:-
1. हमारी सरकार आयें ना आए हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता लेकिन समाज में अन्याय,अत्याचार और भेदभाव हम हरगिज़ सहन नहीं करेंगे और ना होने देंगे। 2. अगर किसी ने मुसलमानों की तरफ़ बुरी नज़र से देखा तो फिर उन बुरी नज़र वालों की सही नज़र करना हमें हर तरीक़े से आता है। 3. ये पुलिस और प्रशासन के लोग कान खोलकर सुन लें, आप लोग जनता के नौकर हो, सेवक हो। इसी जनता के पैसे से तुम्हें तनख्वाह मिलती है। 4. हमारी पार्टी ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध मानवाधिकार आयोग भी जाएगी और उनकी सजा सुनिश्चित करेगी। 5. दरभंगा और मधुबनी के 20 में से 17 विधायक BJP/JDU के है। 20 वर्षों से मधुबनी-दरभंगा-झंझारपुर के MP इन्हीं के है। ये सब निकम्मे और नकारा हो चुके है। नीतीश प्रशासन इन्हीं का है जो जात-धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। 6. बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के बसैठ में कुछ महीने पहले एक युवा राहुल कुमार झा को पुलिस ने दूसरे थाने की सीमा में घुसकर बेवजह बेरहमी से पीटा था। 7. विगत वर्ष 2024 में कटैया के बगल के ही दामोदरपुर गांव में एक ऑटो चालक मुन्ना झा की हत्या कर दी गई। बेनीपट्टी थाना पुलिस FIR में नामजद अभियुक्त को भी नहीं पकड़ सकी है... 8. अक्टूबर में धनौजा गांव में हरिमोहन झा की हत्या हुई! DSP ने बयान दिया कि शराब माफिया का इसमें संलिप्तता है. थाना पुलिस के कुछ कर्मी पर भी संदेह की जानकारी सामने आई... लेकिन रिजल्ट क्या हुआ? कुछ नहीं। 9. थाना से महज 3-4 किलोमीटर की दूरी पर जगत गांव में 29 वर्षीय सुनील झा कंपाउंडर की हत्या हुई, महीनों बाद पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं है। 10. ढांगा गांव में भी कुछ दिन पहले पुलिस का बर्बरतापूर्ण कारवाई हुआ था जहां घर में घुसकर महिलाओं व बच्चों को बेरहमी से पीटा गया था। तेजस्वी यादव के बयान के बाद BJP और JDU ने पलटवार किया है.
उधर तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव घबराहट में हैं, भयभीत हैं। हर भ्रष्टाचारी के ऊपर जब चोट पड़ती है तो वह बिलबिला जाता है। बिहार को लूटने वालों के मानसिक पतन की शुरुआत हो गई है। हालांकि ये बयान मौटे तौर पर अन्य मुद्दों को जोड़कर दिया गया.